जालंधर: पंजाब
सरकार की नशे के खिलाफ चल रही सख्त मुहिम
‘युद्ध
नशे के विरुद्ध’ के
तहत एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। जालंधर ग्रामीण पुलिस ने एस.एस.पी. हरविंदर
सिंह विर्क और एस.पी. सरबजीत राय की अगुवाई में फिल्लौर के एक कुख्यात ड्रग तस्कर
की अवैध संपत्ति को ध्वस्त कर दिया।
कौन है यह ड्रग तस्कर?
जानकारी के अनुसार, आरोपी विजय मसीह, निवासी मोहल्ला ऊंची घाटी, फिल्लौर,
पुलिस रिकॉर्ड में एक
हिस्ट्रीशीटर
है। उस पर नशा तस्करी,
हत्या के प्रयास समेत कुल 21 गंभीर
केस दर्ज
हैं। विजय मसीह लंबे समय से पंजाब में नशे का नेटवर्क चला रहा था।
फिल्लौर में अवैध
निर्माण पर चला बुलडोजर
पुलिस ने बताया कि विजय मसीह ने नशे से
कमाई गई रकम से एक दुकान का निर्माण करवाया था,
जिसे अब प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है। यह कार्रवाई स्थानीय
ई.ओ. (एस्टेट ऑफिसर) की अनुमति के बाद की गई।
1.5
एकड़ ज़मीन भी हो चुकी है फ्रीज़
दिलचस्प बात यह है कि विजय मसीह द्वारा
नशे की कमाई से खरीदी गई करीब
1.5 एकड़
जमीन पहले
ही नई दिल्ली के सक्षम अधिकारी द्वारा
फ्रीज़
कर दी गई है। यह जमीन फिल्लौर शहर में स्थित थी।
आगे भी जारी रहेंगी
ऐसी सख्त कार्रवाइयाँ
एस.एस.पी. हरविंदर सिंह विर्क ने साफ
किया कि जालंधर ग्रामीण पुलिस भविष्य में भी ऐसे नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी
और सुनियोजित कार्रवाइयाँ
करती रहेगी।
आम जनता से सहयोग की
अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे
नशे से जुड़ी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत दें। इसके लिए सरकार ने एक
व्हाट्सएप नंबर 9779-100-200 जारी किया है, जिस पर आप गोपनीय रूप से सूचना भेज सकते
हैं। आपकी पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी।
पंजाब सरकार की यह पहल न सिर्फ नशे के
नेटवर्क को तोड़ने में मददगार है, बल्कि
यह साफ संदेश भी देती है कि नशे के धंधे में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं
जाएगा। अगर आप भी एक ड्रग-फ्री
पंजाब का
सपना देखते हैं, तो
प्रशासन के साथ सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना जरूर दें।
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