अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो "ग्रैच्युटी" शब्द आपने ज़रूर सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्रैच्युटी होती क्या है, किसे मिलती है, कैसे कैलकुलेट की जाती है और इस पर टैक्स देना पड़ता है या नहीं?
अगर नहीं जानते तो ये पोस्ट आपके पैसे और हक़ से जुड़ी सबसे ज़रूरी जानकारी है, जिसे पूरा पढ़ना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
🤔 सबसे पहले - ग्रैच्युटी होती क्या है?
ग्रैच्युटी वो रकम है जो कोई कंपनी अपने कर्मचारी को कई सालों की सेवा के बदले देती है। ये एक तरह का थैंक यू बोनस होता है, जो आपको:
· रिटायरमेंट के समय
· नौकरी छोड़ने पर
· या नौकरी खत्म होने पर मिलता है।
भारत सरकार ने 1972 में ग्रैच्युटी पेमेंट एक्ट लागू किया था, जिसके तहत कुछ शर्तों को पूरा करने वाले कर्मचारियों को ग्रैच्युटी मिलती है।
✅ ग्रैच्युटी पाने के लिए क्या शर्तें हैं?
1. आपने किसी कंपनी में लगातार 5 साल या उससे ज्यादा काम किया हो।
2. जिस कंपनी में आप काम करते हैं, वहां पिछले 12 महीनों में किसी एक भी दिन 10 या उससे अधिक कर्मचारी काम कर रहे हों।
🔁 एक बार कंपनी इस एक्ट के अंतर्गत आ जाए, तो चाहे बाद में कर्मचारियों की संख्या घट भी जाए, फिर भी ग्रैच्युटी देनी ही होगी।
📊 ग्रैच्युटी कैसे कैलकुलेट होती है?
ग्रैच्युटी की गणना एक सिंपल फॉर्मूले से होती है:
(बेसिक सैलरी + महंगाई भत्ता) × 15 × सेवा के वर्ष / 26
👉 यहाँ 26 का मतलब है कि एक महीने में औसतन 26 वर्किंग डेज माने जाते हैं।
🧮 एक उदाहरण से समझिए:
· मान लीजिए आपने किसी कंपनी में 21 साल 11 महीने काम किया।
· आपकी अंतिम बेसिक सैलरी ₹24,000 थी और DA ₹26,000।
📌 तो आपकी ग्रैच्युटी होगी: ₹6,34,615
💰 क्या ग्रैच्युटी टैक्स फ्री होती है?
हाँ, लेकिन लिमिट तक!
· ₹20 लाख तक की ग्रैच्युटी पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है।
· इससे ज्यादा की रकम पर इनकम टैक्स लग सकता है।
⚠️ कुछ खास बातें जो आपको जाननी चाहिए:
1. अगर नौकरी के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तब भी उसके नॉमिनी को ग्रैच्युटी मिलती है।
2. रिटायरमेंट या नौकरी छोड़ने के 30 दिनों के भीतर ग्रैच्युटी के लिए अप्लाई किया जा सकता है।
3. अगर कंपनी ग्रैच्युटी देने से इंकार करे, तो आप असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के पास शिकायत कर सकते हैं।
ग्रैच्युटी सिर्फ एक फाइनेंशियल टर्म नहीं, बल्कि आपके सालों की मेहनत का सम्मान है। अगर आप नौकरी में हैं और 5 साल से ज्यादा समय हो गया है, तो ये आपका हक है – और हक लेना आना चाहिए।
📢 अपने अधिकार को समझिए, और सही समय पर सही कदम उठाइए।
अगर ये जानकारी आपको उपयोगी लगी हो, तो इसे अपने दोस्तों और सहकर्मियों के साथ ज़रूर शेयर करें।
No comments:
Post a Comment