जालंधर, 16 अक्तूबर: जिला जालंधर में खरीफ सीजन की धान खरीद प्रक्रिया तेज़ी से जारी है। आज जिला प्रशासकीय परिसर में डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और साफ निर्देश दिए कि मंडियों में धान की लिफ्टिंग (उठान) प्रक्रिया में कोई देरी न हो।
💬 "प्रबंधों में कोई ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी" - डॉ. अग्रवाल
डॉ. अग्रवाल ने सख्त लहज़े में कहा कि किसानों और मजदूरों की सुविधाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मंडियों में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें ताकि किसान बिना किसी परेशानी के अपनी फसल बेच सकें।
📊 अब तक कितनी हुई धान की खरीद?
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🌾 पनग्रेन: 48,089 मीट्रिक टन
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🌾 मार्कफेड: 46,445 मीट्रिक टन
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🌾 पनसप: 33,048 मीट्रिक टन
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🌾 पंजाब स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन: 14,482 मीट्रिक टन
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🌾 एफसीआई: 1,605 मीट्रिक टन
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🌾 निजी व्यापारी: 94 मीट्रिक टन
💰 किसानों को अब तक मिला ₹337 करोड़ का भुगतान
अब तक खरीदे गए धान के एवज में किसानों को ₹337 करोड़ रुपए का भुगतान भी हो चुका है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पंजाब सरकार का वादा है – धान का एक-एक दाना खरीदा जाएगा, और इसी दिशा में जिला प्रशासन पूरी गंभीरता से कार्य कर रहा है।
📢 किसानों से अपील: "सूखा धान ही मंडियों में लाएं"
डिप्टी कमिश्नर ने किसानों से अपील की कि वे मंडियों में सूखा धान लेकर आएं और सरकार द्वारा निर्धारित नमी की सीमा का पालन करें, जिससे बिक्री के समय किसी तरह की अड़चन न आए।
उन्होंने ये भी सुझाव दिया कि:
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✅ धान की कटाई सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही करें
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✅ कंबाइन हार्वेस्टर में सुपर एसएमएस का इस्तेमाल करें – ताकि पराली ना जले और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।
जालंधर प्रशासन की पूरी कोशिश है कि इस खरीफ सीजन में हर किसान को समय पर भुगतान, बिना परेशानी की बिक्री और सभी मूलभूत सुविधाएं मिलें। अगर आप किसान हैं या मंडी व्यवस्था से जुड़े हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है।

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