अच्छी और गहरी नींद हमारे शरीर के लिए अमृत के समान है। अगर शरीर को पूरा आराम न मिले, तो मेंटल स्टेट से लेकर फिजिकल एक्टिविटी तक सब कुछ प्रभावित होता है। इससे आपकी क्रिएटिविटी, फैसले लेने की क्षमता और याददाश्त कमजोर हो सकती है। इसलिए, जैसे शरीर को पोषण देने के लिए खाना ज़रूरी है, वैसे ही आरामदायक नींद भी बहुत ज़रूरी है।
आयुर्वेद में, नींद को जीवन के तीन पिलर में से एक माना गया है:
- डाइट
- नींद
- ब्रह्मचर्य
जब ये तीनों बैलेंस में होते हैं, तभी जीवन हेल्दी, एनर्जेटिक और बीमारी-मुक्त रह सकता है।
नींद न आने के मुख्य कारण
आयुर्वेद के अनुसार, जब शरीर में वात दोष बढ़ता है, तो यह मन में अनचाहा स्ट्रेस पैदा करता है, जिससे नींद में रुकावट आती है या नींद नहीं आती। कभी-कभी रात में मन अचानक बहुत ज़्यादा एक्टिव हो जाता है, यह शरीर में हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होता है।
इसके अलावा:
- स्ट्रेस
- असमय खाना
- इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का ज़्यादा इस्तेमाल भी नींद पर असर डालते हैं।
सर्दियों में अपनी नींद का खास ध्यान रखें।
सर्दियों में वात और कफ दोनों बढ़ते हैं, इसलिए इस मौसम में अपनी नींद का ध्यान रखना और भी ज़रूरी हो जाता है। अच्छी नींद के लिए रात में ये आदतें अपनाएं:
✔ हल्का और जल्दी खाएं
रात के खाने में खिचड़ी, दाल का सूप या हल्का घर का बना खाना सबसे अच्छा माना जाता है।
✔ सोने से पहले ये आयुर्वेदिक ड्रिंक्स पिएं
गर्म दूध में मिलाएं:
- अश्वगंधा
- जायफल
- जटामांसी
- शंखपुष्पी
- ब्राह्मी
ये सभी स्ट्रेस कम करने और नींद लाने में असरदार माने जाते हैं।
✔ इन चीज़ों से बचें
- रात में फल खाना
- ज़्यादा तला हुआ खाना
- देर रात खाना
बेहतर नींद के लिए रात का रूटीन (बेहतर नींद के लिए रात का रूटीन)
सोने से पहले अपने शरीर और दिमाग को आराम देना बहुत ज़रूरी है। ये आसान स्टेप्स आपको गहरी नींद में मदद करेंगे:
🌙 सोने से पहले का रूटीन
- अपना चेहरा और हाथ-पैर गुनगुने पानी से धोएं
- अपने तलवों पर गुनगुने तेल से मसाज करें
- चाहें तो अपनी गर्दन और कंधों की हल्के हाथों से मसाज करें
- रात में मोबाइल फोन या स्क्रीन का इस्तेमाल करने से बचें
- कमरे में चंदन या लैवेंडर की खुशबू वाली मोमबत्ती जलाएं
ये स्टेप्स मन को शांत करते हैं और नैचुरली गहरी नींद लाते हैं।
निष्कर्ष
अच्छी नींद हेल्दी लाइफ के लिए ज़रूरी है। अगर आप हेल्दी डाइट, रेगुलर रूटीन और आयुर्वेदिक तरीकों को फॉलो करते हैं, तो इंसोम्निया दूर हो जाएगा और शरीर और मन दोनों फ्रेश महसूस करेंगे।
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