आज सेंट जॉर्ज कान्वेंट स्कूल मॉडल टाउन जालंधर ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में स्कूल के बच्चों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह तिरंगा यात्रा स्कूल से आरंभ होकर मॉडल टाउन का संपूर्ण चक्कर लगाकर स्कूल में ही समापन हुई। स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने हाथों में झंडा फहराते हुए वंदे मातरम के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते गए बच्चों के प्रति झंडे का सम्मान और जोश देखते ही बनता था, बच्चों के देशभक्ति के नारे सुनते ही लोग घरों से बाहर आकर तिरंगे का सम्मान और बच्चों का स्वागत करने लगे स्थानीय मॉडल टाउन के लोगों ने अपने अपने तरीके से झंडे के प्रति आदर दिखाया और सलामी दी स्कूल के बच्चों की तिरंगा यात्रा जिधर से भी निकली वहां देशभक्ति की भावना का माहौल छा गया। स्कूल के प्रेसिडेंट श्रीमती नीलम कत्याल बच्चों को भारत के तिरंगे का महत्व बताया कि तिरंगे के तीनों रंग शहीदी खुशहाली और शांति का प्रतीक है किस तरह इस तिरंगे का परचम लहराने के लिए भारत के वीर जवानों ने बलिदान दिया शहीद हुए। आज भी तिरंगे की आन बान और शान के लिए भारत के वीर जवान पहाड़ों पर, रेगिस्तान में, नदियों के किनारों पर देश की सुरक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह तिरंगा बलिदान का शौर्य का शांति का प्रतीक है। इस मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल श्रीमती बी डी सिंह ने कहा कि हमें यह आजादी बहुत ही संघर्ष और बलिदानों के बाद मिली है, कि तिरंगा ही हमारे देश की शान है और हर भारतीय का अभिमान है, तिरंगे को देख हर भारतीय का सिर फक्र से उठ जाता है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने स्कूल के बच्चों को बधाई दी इस मौके पर स्कूल के स्टाफ सोनिया खन्ना, मैडम रमन, वीनस, सोनिआ आरोड़ा, संतोष व अन्य भी तिरंगा यरता में शामिल हुए।
आज सेंट जॉर्ज कान्वेंट स्कूल मॉडल टाउन जालंधर ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में स्कूल के बच्चों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह तिरंगा यात्रा स्कूल से आरंभ होकर मॉडल टाउन का संपूर्ण चक्कर लगाकर स्कूल में ही समापन हुई। स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने हाथों में झंडा फहराते हुए वंदे मातरम के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते गए बच्चों के प्रति झंडे का सम्मान और जोश देखते ही बनता था, बच्चों के देशभक्ति के नारे सुनते ही लोग घरों से बाहर आकर तिरंगे का सम्मान और बच्चों का स्वागत करने लगे स्थानीय मॉडल टाउन के लोगों ने अपने अपने तरीके से झंडे के प्रति आदर दिखाया और सलामी दी स्कूल के बच्चों की तिरंगा यात्रा जिधर से भी निकली वहां देशभक्ति की भावना का माहौल छा गया। स्कूल के प्रेसिडेंट श्रीमती नीलम कत्याल बच्चों को भारत के तिरंगे का महत्व बताया कि तिरंगे के तीनों रंग शहीदी खुशहाली और शांति का प्रतीक है किस तरह इस तिरंगे का परचम लहराने के लिए भारत के वीर जवानों ने बलिदान दिया शहीद हुए। आज भी तिरंगे की आन बान और शान के लिए भारत के वीर जवान पहाड़ों पर, रेगिस्तान में, नदियों के किनारों पर देश की सुरक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह तिरंगा बलिदान का शौर्य का शांति का प्रतीक है। इस मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल श्रीमती बी डी सिंह ने कहा कि हमें यह आजादी बहुत ही संघर्ष और बलिदानों के बाद मिली है, कि तिरंगा ही हमारे देश की शान है और हर भारतीय का अभिमान है, तिरंगे को देख हर भारतीय का सिर फक्र से उठ जाता है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने स्कूल के बच्चों को बधाई दी इस मौके पर स्कूल के स्टाफ सोनिया खन्ना, मैडम रमन, वीनस, सोनिआ आरोड़ा, संतोष व अन्य भी तिरंगा यरता में शामिल हुए।
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