भारत के वित्त मंत्री हमारे देश की अर्थव्यवस्था को दिशा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पिछले कुछ सालों में कई नेताओं ने इस अहम पद को संभाला है, जिसने भारत की वित्तीय नीतियों और सुधारों को प्रभावित किया है। आइए, इस प्रश्नोत्तरी के जरिए अपने ज्ञान को परखें और जानें कि कौन से वित्त मंत्रियों ने हमारे आर्थिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रश्न 1: स्वतंत्र भारत के पहले वित्त मंत्री कौन थे?
उत्तर: आर.के. शानमुखम चेट्टी, जो 1947 में देश का पहला बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री थे।
प्रश्न 2: 1991 में जब भारत को भुगतान संतुलन (BoP) संकट का सामना करना पड़ा, तब वित्त मंत्री कौन थे?
उत्तर: उस समय मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे और उन्होंने आर्थिक उदारीकरण के सुधारों की शुरुआत की।
प्रश्न 3: 1996 में मनमोहन सिंह के बाद वित्त मंत्री कौन बने?
उत्तर: मनमोहन सिंह के बाद, जसवंत सिंह ने 1996 में वित्त मंत्री का पद संभाला।
प्रश्न 4: 1997 में "ड्रीम बजट" किसने पेश किया?
उत्तर: 1997 का "ड्रीम बजट" पी. चिदंबरम ने प्रस्तुत किया, जिसने कई महत्वपूर्ण कर सुधारों को लाया और इसे एक मील का पत्थर माना गया।
प्रश्न 5: 2003 में एफआरबीएम अधिनियम किसने पेश किया?
उत्तर: यशवंत सिन्हा ने राजकोषीय अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए एफआरबीएम अधिनियम पेश किया।
प्रश्न 6: 2016 में विमुद्रीकरण के दौरान भारत के वित्त मंत्री कौन थे?
उत्तर: 2016 में ₹500 और ₹1,000 के नोटों के विमुद्रीकरण के दौरान अरुण जेटली वित्त मंत्री थे।
प्रश्न 7: किस वित्त मंत्री ने भारत में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू किया?
उत्तर: अरुण जेटली ने 2017 में जीएसटी की शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 8: भारत की पहली महिला वित्त मंत्री कौन थीं?
उत्तर: निर्मला सीतारमण 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं।
प्रश्न 9: 2023 का केंद्रीय बजट किसने पेश किया?
उत्तर: निर्मला सीतारमण ने 2023 का केंद्रीय बजट पेश किया।
प्रश्न 10: केन्द्रीय बजट को सबसे अधिक बार किसने प्रस्तुत किया?
उत्तर: मोरारजी देसाई ने रिकॉर्ड 10 बार केंद्रीय बजट पेश किया।
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