Sabarmati Riverfront Project: साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना - MSD News

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Sabarmati Riverfront Project: साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना

Sabarmati Riverfront Project

साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना अहमदाबाद से गांधीनगर तक फैली हुई है, जो न केवल इस क्षेत्र के विकास की दिशा को बदलने की क्षमता रखती है, बल्कि पर्यावरण और जलवायु सुधार के मामले में भी अहम कदम है। इस परियोजना का पहला चरण, जो 11 किलोमीटर तक फैला हुआ है, वर्तमान में मुद्रीकरण प्रक्रिया से गुजर रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य साबरमती नदी के आस-पास के क्षेत्रों को पर्यावरणीय, शहरी और आर्थिक दृष्टि से सुधारना है।

साबरमती नदी का महत्व

साबरमती नदी मानसून में भरपूर जल से भरी होती है, जो राजस्थान की अरावली पहाड़ियों से निकलकर अरब सागर के खंभात की खाड़ी में मिलती है। यह नदी 371 किलोमीटर तक बहती है, जिसमें से 48 किलोमीटर राजस्थान में और 323 किलोमीटर गुजरात में हैं। साबरमती नदी अहमदाबाद को पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में विभाजित करती है, जिससे यह एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है।

नदी का बेसिन और जलवायु

साबरमती का बेसिन करीब 21,674 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जो अरावली पहाड़ियों, कच्छ के रण और खंभात की खाड़ी से घिरा हुआ है। इस नदी का जलवायु पर बड़ा प्रभाव है और यह क्षेत्रीय कृषि को भी प्रभावित करता है। यहाँ की कृषि भूमि का 74.68% हिस्सा इस नदी बेसिन के अधीन आता है, और इसकी सहायक नदियाँ जैसे वाकल, हथमती, वत्रक और सेई इस क्षेत्र की कृषि समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

परियोजना का उद्देश्य

साबरमती रिवरफ्रंट का उद्देश्य नदी के आसपास के क्षेत्र को जीवनदायिनी रूप में बदलना है। इस परियोजना के माध्यम से न केवल जल निकासी और सिंचाई की सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय बुनियादी ढांचे के विकास, पर्यटन को बढ़ावा देने, और पर्यावरणीय सुधार के लिए भी एक अहम कदम साबित होगा।
साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना सिर्फ एक नदी पुनर्विकास योजना नहीं है, बल्कि यह अहमदाबाद और गुजरात के लिए एक विजन है, जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच संतुलन बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। इस परियोजना का पूरा होना न केवल शहर की सुंदरता और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेगा, बल्कि यह पर्यावरणीय विकास और स्थिरता के लिए भी एक आदर्श उदाहरण बनेगा।

साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना पर आधारित प्रश्नोत्तरी


1. साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना का पहला चरण कितने किलोमीटर तक फैला है?
उत्तर: साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना का पहला चरण 11 किलोमीटर तक फैला है, और इसका मुद्रीकरण चल रहा है।

2. साबरमती नदी कहाँ से निकलती है और कहाँ बहती है?
उत्तर: साबरमती नदी राजस्थान की अरावली पहाड़ियों से निकलती है और अरब सागर की खंभात की खाड़ी में बहती है।

3. साबरमती नदी का कुल क्षेत्रफल कितना है और इसे किससे घिरा हुआ है?
उत्तर: साबरमती नदी का बेसिन 21,674 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जो अरावली पहाड़ियों, कच्छ के रण और खंभात की खाड़ी से घिरा हुआ है।

4. साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना का उद्देश्य नदी के आस-पास के क्षेत्रों का पर्यावरणीय, शहरी और आर्थिक दृष्टि से सुधार करना है, और जलवायु सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए कार्य करना है।

5. साबरमती नदी के सहायक नदियाँ कौन सी हैं?
उत्तर: साबरमती नदी के प्रमुख सहायक नदियाँ वाकल, हथमती, वत्रक और सेई हैं।

6. साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना के अंतर्गत कौन से सुधार किए जाएंगे?
उत्तर: इस परियोजना के अंतर्गत जल निकासी और सिंचाई की सुविधाओं में सुधार, पर्यटन को बढ़ावा देना, और पर्यावरणीय सुधार के लिए कार्य किए जाएंगे।

7. साबरमती नदी अहमदाबाद को कैसे प्रभावित करती है?
उत्तर: साबरमती नदी अहमदाबाद को पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में विभाजित करती है, जो शहर के आंतरिक संरचना और जीवन को प्रभावित करती है।



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