🌑 क्या साढ़ेसाती और ढैया डरने की बात है?
अक्सर जब लोग सुनते हैं कि उनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही है, तो वे घबरा जाते हैं। लेकिन क्या ये डर वाकई जरूरी है?
नहीं!
साढ़ेसाती और ढैया हमेशा अशुभ नहीं होतीं। ये समय जीवन में गहरे बदलाव लाने वाला हो सकता है - और यदि सही उपाय करें तो यह समय जीवन की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।
🔮 शनिदेव की साढ़ेसाती क्या होती है?
· शनि जब आपकी चंद्र राशि से 12वें, 1वें और 2वें भाव से गुजरता है, तब यह साढ़ेसाती कहलाती है।
· इसकी अवधि करीब साढ़े सात साल होती है - तीन चरणों में बंटी हुई: ढाई-ढाई साल के।
🌘 शनि की ढैया क्या होती है?
जब शनि किसी चंद्र राशि से चतुर्थ (4वें) या अष्टम (8वें) भाव में होता है, तो इसे ढैया कहा जाता है। इसकी अवधि करीब ढाई साल होती है।
💫 क्या साढ़ेसाती या ढैया शुभ भी हो सकती है?
बिलकुल!
· कई लोग इस दौरान बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचे हैं।
· जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, और नरेंद्र मोदी जैसे नेता साढ़ेसाती के दौरान प्रधानमंत्री बने।
· यह समय आत्मनिरीक्षण, संघर्ष और सफलता का संगम हो सकता है।
✅ साढ़ेसाती और ढैया के शुभ परिणाम कब मिलते हैं?
· जब आपकी कुंडली में शनि मजबूत होता है।
· जब अष्टकवर्ग में 25 या उससे अधिक बिंदु होते हैं।
· जब व्यक्ति धैर्य, संयम, और उचित उपाय करता है।
🪔 शनिदेव के अचूक उपाय - साढ़ेसाती और ढैया में राहत पाने के लिए
1. शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
2. “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
3. छाया दान करें (सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखकर दान करें)।
4. काले चने, गुड़, सरसों के तेल का दान करें।
5. सादा जीवन, ईमानदार व्यवहार और निर्धनों की सेवा करें।
साढ़ेसाती या ढैया से डरें नहीं - समझदारी से काम लें, सही उपाय करें और शनि देव को प्रसन्न करें। यह समय आपके जीवन में नई दिशा और सफलता ला सकता है।
🙏 जय शनिदेव!
📌 आपका दिन मंगलमय हो!
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