भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास 'Nomadic Elephant 2025': जानिए इसकी पूरी जानकारी - MSD News

This website of MSD News makes the students preparing for government jobs aware of the current affairs and latest news of the country.

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

अपनी पसंदीदा भाषा में पढ़ने के लिए भाषा का चयन करें

भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास 'Nomadic Elephant 2025': जानिए इसकी पूरी जानकारी

 

🔶 क्या है Nomadic Elephant सैन्य अभ्यास?

भारत और मंगोलिया के बीच होने वाला Nomadic Elephant एक द्विपक्षीय वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास है। इसका उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच इंटरऑपरेबिलिटी (सह-प्रचालन क्षमता) को बढ़ाना और जटिल पहाड़ी इलाकों में शांति स्थापना अभियानों के लिए तैयार करना है।

इस वर्षNomadic Elephant 2025 का 17वां संस्करण मंगोलिया की राजधानी उलानबटार में 31 मई से 13 जून 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।

 

🔶 भारतीय सेना की भागीदारी

इस वर्ष भारत की ओर से 45 सैनिकों का विशेष दल इस अभ्यास में भाग ले रहा हैजिनमें से अधिकांश अरुणाचल स्काउट्स से हैं। यह रेजिमेंट विशेष रूप से पर्वतीय और ऊंचाई वाले युद्ध अभियानों के लिए प्रशिक्षित होती है।

 

🔶 अभ्यास का उद्देश्य

यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र अध्याय VII के तहत कार्य करने के परिप्रेक्ष्य में होता हैजो शांति स्थापना के लिए कड़े कदम जैसे कि प्रतिबंधनाकाबंदी और सैन्य तैनाती की अनुमति देता है।

भारत न केवल Nomadic Elephant मेंबल्कि मंगोलिया द्वारा आयोजित बहुराष्ट्रीय अभ्यास “Khaan Quest” में भी सक्रिय रूप से भाग लेता है।

 

🔶 भारत-मंगोलिया संबंध: ऐतिहासिक और रणनीतिक साझेदारी

  • भारत और मंगोलिया के बीच संबंधों की नींव बौद्ध धर्म के सांस्कृतिक जुड़ाव पर आधारित है।
  • वर्ष 1955 में भारत मंगोलिया से राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला पहला देश बना।
  • वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगोलिया यात्रा के दौरान दोनों देशों के रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया।
  • मंगोलिया को भारत अपनी “Act East Policy” का एक अहम हिस्सा मानता है।

 

🔶 मंगोलिया के बारे में रोचक तथ्य

  • मंगोलिया एक स्थल-रुद्ध देश (Landlocked Nation) है जो रूस और चीन से घिरा हुआ है।
  • यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा Landlocked देश है।
  • यहाँ की जनसंख्या घनत्व बहुत कम हैऔर अधिकांश लोग घुमंतू पशुपालन करते हैं।
  • इसे Land of Blue Sky” और Land of Horses” भी कहा जाता है।
  • यहाँ के प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र हैं – गोबी रेगिस्तान (दक्षिण) और अल्ताई पर्वत (पश्चिम)।

 

 

भारत और मंगोलिया के बीच यह सैन्य अभ्यास न सिर्फ रणनीतिक साझेदारी को मजबूती देता हैबल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सहयोग को भी आगे बढ़ाता है। यह अभ्यास दोनों देशों की सेनाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साझा संचालन क्षमता विकसित करने का मौका देता है।

 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts

Post Bottom Ad

Pages