चंडीगढ़/जालंधर, 4 जून: पंजाब में नशे के खिलाफ चल रहे सबसे बड़े
अभियान ‘युद्ध नशों
विरुद्ध’ को मिल रही जबरदस्त
सफलता ने पूरे राज्य को नई उम्मीद दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब
सरकार ने अब तक 15,000
से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार कर एक ऐतिहासिक मिशन की
दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
✅ पंजाब
पुलिस का दोतरफ़ा एक्शन प्लान:
पुलिस
महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने बताया कि नशा तस्करों
की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए दोतरफा रणनीति अपनाई गई है:
·
सख़्त कार्रवाई: बड़े तस्करों पर ज़ीरो टॉलरेंस नीति और
कानूनी शिकंजा।
·
नशा पीड़ितों के लिए पुनर्वास: इलाज और काउंसलिंग के ज़रिए बेहतर भविष्य
की ओर बढ़ावा।
📈 ‘सेफ
पंजाब चैटबॉट’ से
मिल रही मदद
राज्य
की जनता अब Safe
Punjab Chatbot - 9779100200 पर गुप्त जानकारी देकर
इस मुहिम का हिस्सा बन रही है। DGP
ने
बताया कि अब सूचना-आधारित कार्रवाई को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे नशे की जड़ों तक पहुंचना और भी आसान
हो गया है।
🧠 AI टेक्नोलॉजी
का सहारा
अब
पंजाब पुलिस एक AI
आधारित डेटाबेस सिस्टम बना रही है,
जिससे
नशा तस्करों के नेटवर्क को ट्रैक करने में दो कदम आगे बढ़ा जा सकेगा। साथ ही, ज़मानत पर रिहा आरोपियों की GPS ट्रैकिंग के लिए एंकलेट्स लगाने
का भी प्रस्ताव विचाराधीन है।
📊 अब तक के परिणाम (1 मार्च 2025 से):
·
FIR दर्ज: 9,087
·
गिरफ्तार नशा तस्कर: 15,495
·
बरामद हेरोइन: 607 किलो
·
ड्रग मनी: ₹10.83 करोड़
·
नशा पीड़ितों का इलाज: 12,000+ (OAT क्लिनिक और रिहैब
सेंटर्स)
·
फ्रीज़ संपत्ति: ₹74.27 करोड़
🤝 जनता की भूमिका सबसे अहम
DGP गौरव यादव ने पंजाब की
जनता से अपील की है कि वे बिना डर के नशा संबंधित किसी भी जानकारी को गुप्त रूप से
साझा करें। आपकी एक सूचना कई ज़िंदगियाँ बचा सकती है।
🎯 नशा मुक्त पंजाब - एक साझा संकल्प
पंजाब
सरकार और पुलिस का उद्देश्य केवल तस्करों को पकड़ना नहीं, बल्कि नशा पीड़ितों को एक नई ज़िंदगी देना
भी है। यही कारण है कि पुनर्वास और उपचार को प्राथमिकता दी जा रही है।
नशे
के खिलाफ लड़ाई सिर्फ सरकार या पुलिस की नहीं, हर पंजाबवासी की जिम्मेदारी है। अगर हम सब एकजुट हो जाएं, तो ‘नशा मुक्त पंजाब’
केवल
सपना नहीं, एक सच्चाई बन
सकता है।
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