यह सुरक्षा अभियान राज्य स्तर पर चल रही तैयारियों का अहम हिस्सा था, ताकि 15 अगस्त को शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से मनाया जा सके।
290 से अधिक जवान तैनात, हाई-टेक उपकरणों से लैस टीमों की तैनाती
इस ऑपरेशन में करीब 290 पुलिसकर्मी, एंटी-सबोटेज टीमें, एंटी-रायट यूनिट, और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवान शामिल थे। सुरक्षा जांच के लिए मेटल डिटेक्टर, हैंडहेल्ड स्कैनर और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया।
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रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की पहचान,
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संदिग्ध लोगों से पूछताछ,
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सामान की गहन तलाशी,
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और CCTV फुटेज की निगरानी जैसे कदम उठाए गए।
डी.जी.पी. द्विवेदी ने सभी सुरक्षा टीमों को निर्देश दिया कि वे चौबीसों घंटे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी दें।
ऑपरेशन के बाद हुई सुरक्षा समीक्षा बैठक
CASO ऑपरेशन के बाद, पुलिस लाइंस जालंधर में एक उच्च स्तरीय मीटिंग भी आयोजित की गई, जिसमें मौजूदा सुरक्षा स्थिति, सार्वजनिक स्थलों पर निगरानी और कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई।
इस बैठक में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और स्वतंत्रता दिवस के दौरान शहर में हर नागरिक की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।




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