जीवन में शुभता के लिए केले के पौधे को विशेष महत्व दिया गया है। शुभ कार्यों में केले का प्रयोग तो ऋषि मुनियों के से ही होता आ रहा है। भगवान नारायण और गुरु ग्रह बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए सबसे सरल और कारगर उपाय है केले का प्रयोग, केले के पौधे की उपासना से ऐसा माना जाता है ।कि श्री हरि और देव गुरु बृहस्पति की विशेष कृपा प्राप्त होती है तो आइए हम आपको बताते हैं क्यों अद्भुत माना जाता है केले का पौधा, क्या है केले के अद्भुत ज्योतिष्य प्रयोग
जिसके पूजन से प्रसन्न होंगे श्री हरि, जिससे बलवान होगा कुंडली का ब्रहस्पति, चमत्कारी शक्तियों से भरपूर एक पौधा, शुभ और संपन्नता का प्रतीक है केला, जिंदगी में अगर भगवान नारायण, गुरु बृहस्पति की कृपा के साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा पानी है तो इसके लिए सबसे उत्तम और कारगर उपाय है केले का पौधा, मान कहता है कि केले के पौधे में भगवान विष्णु का निवास है इसलिए बृहस्पतिवार को केले के पौधे के पूजन से श्री हरि की भी कृपा बरसती है।
हिंदू धर्म ग्रंथों में केले के पौधे का विशेष महात्म बताया गया है। पुराणों और शास्त्रों की बात करें तो केले के पौधे का संबंध नारायण से जुड़ा गया है। इसी कारण से सत्यनारायण व्रत की कथा हो, भगवान राम की कथा हो, रामचरित मानस पाठ की बात हो, या कोई भी ऐसी पूजा जिसका संबंध नारायण से हो, भगवान श्री हरि से हो, भगवान विष्णु से हो, तो उस पूजा में उस अनुष्ठान में, विशेष तौर पर केले के पत्ते का, एवं केले के पौधे का, प्रयोग किया जाता है। श्री हरि की कृपा से शुभता और संपन्नता का वरदान देने वाला चमत्कारी पौधा माना गया है केला। ज्योतिषी में गुरु को धन, विद्या, संतान सुख और विवाह का कारक माना गया है। बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं। देव गुरु बृहस्पति की कृपा के बिना जीवन में खुशियों का संचार संभव नहीं है। क्योंकि बृहस्पति वो शक्ति हैं जो किसी भी चीज को बड़ा और विकराल कर सकते हैं। ज्योतिषी मानते कि बृहस्पतिवार को केले के पौधे की पूजा से जीवन में समृद्धि आती है। आइए आपको बताते हैं कि केले के पौधे का क्यों है इतना महत्व
शास्त्रों में तुलसी के बाद केले के पौधे को सबसे शुभ माना गया है। केले का संबंध बृहस्पति ग्रह से जोड़ा जाता है। शुभ कार्यों में केले के पौधे का मंडप और तोरण बनाने की परंपरा है। देवताओं के लिए केले के पत्ते पर ही भोजन परोसने का नियम है। केले की जड़ को पीले धागे में बांधकर पहनने से बृहस्पति मजबूत होता है। कथा पूजन में केले के पत्ते सजाए जाते हैं। श्री सत्यनारायण की कथा में भी केले के पत्तों का मंडप बनाया जाता है। दक्षिण भारत में केले के पत्ते पर भोजन परोसा जाता है। केले के वृक्ष को शुभ और संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। समस्या कुंडली से जुड़ी हो या जिंदगी से, ज्योतिषी के जानकारों के मुताबिक केले का पौधा जिंदगी पर कई तरह के प्रभाव डालता है। बृहस्पतिवार को घर में केले का पौधा लगाकर आप अपनी तमाम परेशानियों से निजात पा सकते हैं। अगर आपकी कुंडली का बृहस्पति कमजोर है और आपको तरह-तरह की समस्याएं दे रहा है तो देखिए, घर में केले का पौधा लगाने से आपको क्या-क्या लाभ मिल सकता है।
यदि विवाह कार्य में देरी हो रही है यदि नौकरी की स्थिति में नौकरी प्राप्त नहीं हो रही है, रोजगार में अवरोध की स्थिति उत्पन्न हो रही है, गृह और वाहन के सुखों में अवरोध हो रहा है, बौद्धिक क्षमता में व्यवधान की स्थिति बनी हुई है, तो इसके लिए कहीं न कहीं देव गुरु बृहस्पति जन्म कुंडली में पीड़ित स्थिति में दिखाई पड़ते हैं। तो इसके लिए केले के पौधे की पूजा करने से बृहस्पति जनित शुभ फलों में वृद्धि हो जाएगी और सहज रूप से सभी प्रकार की भौतिक संसाधनों की प्राप्ति भी हो जाएगी।
घर में केले का पौधा लगाने से बृहस्पति से जुड़ी तमाम समस्याएं दूर होती हैं। संतान पक्ष हमेशा सुखी रहता है। दांपत्य जीवन में कठिनाइयां नहीं आती रोगों से रक्षा होती है। आर्थिक पक्ष अच्छा और मजबूत होता है। संतान से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। विवाह की बाधा दूर होती है, वैवाहिक जीवन उत्तम होता है, उच्च शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में सहायता मिलती है, तो आपका जीवन संवार सकता है केले का पौधा, क्योंकि केले के पौधे में स्वयं है श्री हरि विष्णु का वास, जैसी कामना से आप इस चमत्कारी पौधे की पूजा करेंगे, वैसा ही फल आपको मिलेगा।
बृहस्पतिवार को स्नान कर पीले कपड़े पहने, हल्दी की गांठ चने की दाल और गुड़, केले को समर्पित करें। अक्षत पुष्प आदि मंगल चीजें चढ़ाएं और केले के पेड़ की परिक्रमा करें। केले के पौधे के सामने गुड़ और चने का भोग लगाएं। फिर वहीं बैठकर बृहस्पति या श्री हरि विष्णु के मंत्रों का जाप करें। प्रसाद ग्रहण करें और दूसरों को भी प्रसाद बांटें।
गुरु ग्रह है वृहस्पति, इंसानी जिंदगी पर गहरा असर छोड़ता है यह ग्रह, देव गुरु बृहस्पति को मनाने और कुंडली के गुरु को मजबूत बनाने के लिए बृहस्पतिवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है। अगर आपकी कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो, तो परेशानियां बढ़ती चली जाती हैं। तो बृहस्पतिवार के दिन केले के पौधे का सही विधि से पूजन कीजिए, फिर देखिए कैसे यह चमत्कारी पौधा आपकी जिंदगी सवारता है।
गुरुवार के दिन ही क्यों करते हैं केले के पौधे की पूजा और इसके लाभ क्या है
केले का पौधा इसका पत्ता और फल सभी कल्याणकारी हैं। ऐसा माना जाता है कि केले के पौधे पर भोजन करने से भोजन की शुद्धता बनी रहती है। केले के पूजन से से प्रसन्न होते हैं स्वयं श्री हरि और मिलती है, देव गुरु बृहस्पति की कृपा, ऐसा देवीय वृक्ष है केला।
पेड़ पौधे संस्कृति और पौराणिक कथाओं में रचे बसे हैं। कई पेड़ पौधे जहां औषधीय महत्व रखते हैं, तो कई आध्यात्मिक और पौराणिक महत्त्व ऐसे ही एक पौधा है केले का पौधा, जिसे हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना गया है और इसका धार्मिक कार्य में उपयोग किया जाता है। प्राय देखा जाता है कि केले के वृक्ष पौधे की पूजा बृहस्पतिवार व्रत करने वाले लोग अवश्य करते हैं। इसका अर्थ है कि यदि हम बृहस्पतिवार के दिन पूजन करते हैं, पाठ करते हैं, और जन्म कुंडली में बृहस्पति किसी कारण से तनाव उत्पन्न कर रहे हैं, कष्ट दे रहे हैं या सकारात्मक रूप से विद्यमान है। लेकिन उनके में शक्ति नहीं है। वह बहुत कुछ अच्छा कर पाए ऐसी स्थिति में केले के पौधे की पूजा बृहस्पतिवार के दिन करने से बृहस्पति के शुभ प्रभाव में वृद्धि हो जाएगी और सकारात्मकता आएगी। केले के पौधे का सीधा संबंध भगवान नारायण से माना जाता है।
अगर किसी व्यक्ति को मांगलिक दोष हो तो केले के पेड़ से शादी करने से मांगलिक दोष दूर हो जाता है। ज्योतिषी के अनुसार केले के पत्तों को सभी शुभ कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है। केले के पौधे के अलग-अलग प्रयोगों से जीवन की तमाम समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। आज के दिन चने की दाल और गुड़ गाय को खिलाने से विशेष फल की प्राप्ति होती है, विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। यही इस दिन की पूजा का विधान है, साथ ही साथ सायं काल में प्रदोष काल में फिर गुरुवार की व्रत कथा कराए और भगवान नारायण की आरती करें, केले के पौधे की आरती करें और अपने मन की बात ऐसा मानते हुए कि इसमें नारायण का वास है, जो भी आप चाहते हैं भगवान से प्राप्त करना, उनका आशीर्वाद लेना, वह उनसे कहिए, इस रूप में कहिए कि यह पौधा साक्षात नारायण का स्वरूप है। बस यही सामान्य पूजा है।
केले के पौधे का विशेष प्रयोग, केले के पत्ते पर भोजन करने से भोजन की पवित्रता बनी रहती है। केले के पत्ते पर बैठकर मंत्र जप करने से, मंत्र तत्काल प्रभावशाली हो जाते हैं। केले के पत्ते के मंडप में किए हुए कार्यों के परिणाम बहुत शुभ होते हैं। केले के पौधे की जड़ को पीले धागे में गले में धारण करने से बृहस्पति मजबूत होता है। केले के पौधे में नियमित जल डाले इससे संतान की तमाम समस्याएं हल होती हैं। बृहस्पतिवार को व्रत करने और केले का पूजन करने से जीवन में संपन्नता आती है।
जगत के पालनहार श्री हरि की पूजा उनके व्रत का सबसे उत्तम दिन बृहस्पतिवार माना गया है। और बृहस्पतिवार के व्रत में भगवान विष्णु को केले के फल का भोग लगाया जाता है। केले के पेड़ की पूजा की जाती है, केले की पवित्रता का अनुमान इस बात से भी लगाया जा सकता है, कि पुराने समय में इसके तने से निकाले गए पानी से ही उपवास के लिए पापड़ आदि पदार्थ बनाए जाते थे।
केले के अद्भुत ज्योतिषीय प्रयोग तो आपने जान लिए अब देखिए वह अद्भुत मंत्र जिसका जाप आपको केले के पौधे के सामने बैठकर करना है।
ओम ब्रम बृहस्पति नमः का जाप करें,
तो केले के पौधे से इन अचूक उपायों को अपने जीवन में शामिल कीजिए और अपनी तमाम चिंताओं से मुक्त हो जाइए।
गुरुवार के दिन केले के पौधे की पूजा करते हुए कुछ खास मंत्रों का जाप करने से पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है। इसके सामने मंत्र जाप करने से मंत्र बेहद प्रभावशाली हो जाता है। केले के पौधे के सामने कौन-कौन से मंत्रों का जाप करने से पूरी होगी आपकी मनोकामना, चलिए जानते हैं
केले के पौधे फल और पत्ते सभी शुभता का प्रतीक है। जीवन की तमाम परेशानियों का अंत केले की उपासना से होता है। आइए केले के पौधे से जुड़ी ऐसी ही कुछ और महत्त्वपूर्ण बातें बताते हैं। अद्भुत है केले का पौधा, घर के पीछे केले का पौधा लगाएं। धन संबंधी परेशानियों से राहत पाएं, छात्र केले के पौधे के समीप बैठकर पढ़ाई करें तो पाठ लंबे समय तक याद रहता है, केले के साथ ही तुलसी का पौधा लगाने से शुभ फल प्राप्त होता है, घर में वास्तु दोष हो तो घर के मुख्य द्वार पर दाई ओर केले का पौधा और बाई ओर तुलसी का पौधा लगाएं।
आपके घर में कोई वास्तु दोष हो या आए दिन नई नई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो तो सही तरीके से केले का पौधा लगाए आप की किस्मत संवरने लगेगी।
केले का पौधा लगाने में क्या सावधानियां रखें घर के मुख्य द्वार पर ना लगाएं केले का पौधा, घर के पिछले हिस्से में केले का पौधा लगाना बेहतर होता है। केले के पौधे के आसपास गंदगी ना फैलने दें, केले के तने में लाल धागा बांध कर रखें, केले के दिव्य प्रयोगों से दूर हो सकती है जीवन की हर विपत्ति, क्योंकि केले का पौधा सिर्फ एक पौधा नहीं बल्कि भगवान नारायण और देवी लक्ष्मी की कृपा का अंश है। इस पौधे की पूजा उपासना से बृहस्पति ग्रह भी शुभ फल देता है। तो आप भी केले के पौधे से जुड़े इन उपायों को अपनाएं और भगवान श्री हरि समेत मां लक्ष्मी से भी आशीर्वाद पाएं।
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