जालंधर, 10 दिसंबर: पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PPCB) ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण जागरुकता-cum-ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य खुले में कचरा जलाने पर रोक लगाना और सूखे व गीले कचरे की सोर्स सेग्रिगेशन को प्रोत्साहित करना था।
यह प्रशिक्षण सेशन नगर निगम जालंधर और नगर निगम कपूरथला के सैनिटरी इंस्पेक्टरों, सुपरवाइजरों, सफाई सेवकों, स्वच्छता कर्मियों और बागवानी विभाग के अधिकारियों के लिए विशेष रूप से रखा गया।
कचरा जलाना सेहत और पर्यावरण दोनों के लिए खतरा
पूरे दिन चले इन सेशनों में विशेषज्ञों ने बताया कि म्यूनिसिपल और गार्डन वेस्ट को खुले में जलाने से
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हवा की गुणवत्ता बिगड़ती है,
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सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता है,
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और शहर का पर्यावरण गंभीर रूप से प्रभावित होता है।
इसके साथ ही प्रतिभागियों को समझाया गया कि स्रोत पर ही सूखे और गीले कचरे को अलग करना, स्वच्छ और टिकाऊ ठोस कचरा प्रबंधन की दिशा में सबसे बड़ा कदम है।
मैदानी कर्मचारियों के साथ खुली चर्चा
PPCB अधिकारियों ने फील्ड स्टाफ व सैनिटरी इंस्पेक्टरों से बातचीत कर उनकी दैनिक चुनौतियों को समझा और उन्हें व्यवहारिक समाधान भी बताए।
फील्ड स्टाफ का संकल्प: अब नहीं जलेगा कोई कचरा
सफाई कर्मचारियों और फील्ड स्टाफ ने भरोसा दिलाया कि वे
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किसी भी प्रकार का ठोस कचरा नहीं जलाएंगे,
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100% स्रोत-स्तर पर कचरे का अलगाव सुनिश्चित करेंगे,
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और अपने वार्डों के लोगों को सही तरीके से कचरा अलग करने के लिए प्रेरित करेंगे।

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