ईश्वर की उपासना के कई तरीके हैं और अलग-अलग लोग पूजन की अलग-अलग रीति को निभाते हैं। लेकिन रंग बिरंगे फूलों का प्रयोग लगभग हर पूजा उपासना में होता है। फूलों में सुंदरता के साथ-साथ अद्भुत सुगंध भी होती है। जो किसी का भी मन मोह सकती है। लेकिन पूजा उपासना में फूल अर्पित करने का क्या है महत्व, आखिर भगवान को क्यों अर्पित किए जाते हैं रंग बिरंगे फूल, आए जानते है:
मां लक्ष्मी को प्रिय है कमल का फूल,
मां दुर्गा को प्रिय है गुड़हल का फूल,
मां सरस्वती को प्रिय है सफेद गुलाब और गेंदे का फूल
हर देवी देवता को कोई ना कोई फूल प्रिय होता है इसलिए पूजा उपासना में फूल अर्पित करने की परंपरा चलती आ रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूजा में फूल अर्पित करना कितना जरूरी है और रंग बिरंगे फूलों का महत्व क्या है। आइए हम आपको बताते हैं:
ईश्वर को फूल चढ़ाकर हम अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। खुद भी फूलों का प्रयोग करके हम अपने मन को बेहतर करने की कोशिश करते हैं। अलग-अलग रंग और सुगंध के फूल अलग-अलग तरह की भावनाएं दर्शाते हैं। यह फूल मानसिक भी हो सकते हैं और वास्तविक भी, इन फूलों को अपने इष्ट देव को अर्पित करना चाहिए। उपासना में प्रयोग होने वाले फूल ईश्वर और इंसान के संबंधों को और भी गहरा कर देते हैं। इनकी सुगंध और सुंदरता आसपास के वातावरण को पवित्र और सकारात्मक कर देती है, और ऐसे पवित्र वातावरण में ही होता है ईश्वर का वास। यही भावना फूलों को विशेष और महत्त्वपूर्ण बनाती है।
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