ठंड का मौसम आते ही बच्चों में सर्दी, खांसी, जुकाम और बंद नाक जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। कमजोर इम्यूनिटी के कारण छोटे
बच्चे बार-बार बीमार पड़ते हैं और कई दिनों तक उन्हें आराम नहीं मिल पाता।
माता-पिता दवाइयों से लेकर सिरप तक हर संभव कोशिश करते हैं, लेकिन फिर भी समस्या बनी रहती है।
ऐसे में दादी-नानी के पुराने घरेलू नुस्खे बच्चों के लिए
सबसे सुरक्षित और असरदार माने जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसा प्राकृतिक घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिससे बच्चों को सर्दी-खांसी, बंद नाक और हल्के बुखार में जल्दी राहत
मिल सकती है। इस नुस्खे में सिर्फ घर में मिलने वाली चीजों का इस्तेमाल होता है, जिससे यह सस्ता, सुरक्षित और नेचुरल है।
बच्चों की सर्दी-खांसी के लिए दादी
का नुस्खा
✦ जरूरी सामग्री
- कच्ची हल्दी
- शुद्ध देसी घी
कैसे करें इस घरेलू उपाय का
इस्तेमाल?
सर्दियों में इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से बच्चों की नाक बंद हो जाती है और
उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगती है। इससे राहत पाने के लिए:
- सबसे पहले कच्ची हल्दी को अच्छी तरह धोकर कद्दूकस कर लें
- अब उसका ताजा रस निकाल लें
- इस रस की सिर्फ एक बूंद में थोड़ा सा देसी घी मिलाएं
- रुई या ईयरबड की मदद से बच्चों की नाक के अंदर हल्के हाथ से
लगाएं
👉 इससे नाक खुलने लगती है और जुकाम में जल्दी आराम मिलता है।
रात में पिलाएं हल्दी वाला दूध
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए उन्हें रोज रात सोने से पहले हल्दी वाला दूध जरूर पिलाएं।
✔️ इससे:
- इम्यूनिटी मजबूत होती है
- सर्दी-खांसी और बुखार से बचाव होता है
- शरीर अंदर से ताकतवर बनता है
यह आसान उपाय बच्चों को बार-बार बीमार होने से बचाने में मदद करता है।
हल्दी क्यों है बच्चों के लिए
फायदेमंद?
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल तत्व है।
इसके फायदे:
- इंफेक्शन से लड़ने में मदद
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है
- छाती में जमे कफ को ढीला करता है
- सर्दी-खांसी और जुकाम में राहत देता है
इसी वजह से हल्दी को आयुर्वेद में नेचुरल मेडिसिन माना गया है।
⚠️ जरूरी डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और घरेलू उपायों पर आधारित है।
यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। यदि बच्चे की तबीयत
ज्यादा खराब हो या समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर या बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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