जालंधर, 24 दिसंबर: जिले में नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने नगर निगम और नगर परिषदों के अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि शहर और गांवों में मौजूद बेआबाद व अनुपयोगी स्थानों का सही तरीके से रख-रखाव किया जाए, ताकि उनका इस्तेमाल नशा सेवन के लिए न हो सके।
जिला प्रशासकीय परिसर में आयोजित नारको कोऑर्डिनेशन सेंटर (NCORD) मैकेनिज्म की बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि ऐसी जगहों पर सफाई व्यवस्था, पर्याप्त रोशनी, चारदीवारी और सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं। साथ ही इन स्थानों को पार्क, खेल मैदान, ओपन जिम और रनिंग ट्रैक में बदलने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जाए।
युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करने पर जोर
डा. अग्रवाल ने कहा कि इन पहलों का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रखकर खेल और फिटनेस जैसी सकारात्मक गतिविधियों की ओर प्रेरित करना है। उन्होंने गांवों में भी पंचायतों और नंबरदारों के सहयोग से ऐसे क्षेत्रों को रचनात्मक और सामाजिक उपयोग में लाने के निर्देश दिए।
पुलिस को बढ़ानी होगी निगरानी
डिप्टी कमिश्नर ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि नशे के संभावित अड्डों पर सख्त निगरानी और नियमित गश्त सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।
‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान को मिल रही मजबूती
बैठक के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा नशे के खिलाफ की जा रही कार्रवाइयों की समीक्षा करते हुए डा. अग्रवाल ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत नशे की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने जोर दिया कि नशा मुक्ति के साथ-साथ जन जागरूकता अभियान भी लगातार चलाए जाएं, ताकि समाज विशेषकर युवा वर्ग को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराया जा सके। नशे के आदी व्यक्तियों को मुख्यधारा में वापस लाने के लिए सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ काम करने का आह्वान किया गया।
बैठक में कई विभागों के अधिकारी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे और नशा मुक्त जालंधर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सामूहिक रणनीति पर चर्चा की गई।

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