27 और 28 नवंबर 2024 को पंजाब के सुल्तानपुर लोधी में पहली नेशनल महिला टेपबाल क्रिकेट चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। यह ऐतिहासिक टूर्नामेंट टेपबाल क्रिकेट एसोसिएशन पंजाब और युवा खेल भलाई बोर्ड के अध्यक्ष राजीव वालिया के नेतृत्व में संपन्न हुआ। आयोजन स्थल अकाल इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम था, जो इस नई खेल विधा के प्रचार-प्रसार का केंद्र बन गया।
इस चैंपियनशिप में पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान की टीमों ने भाग लिया। अकाल ग्रुप के चेयरमैन सुखदेव सिंह जज ने इस अवसर पर कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं युवाओं को खेलों की तरफ प्रेरित करती हैं और उनकी ऊर्जा को सही दिशा में उपयोग करने का महत्वपूर्ण जरिया हैं।
महिला सशक्तिकरण का प्रतीक
अकाल अकादमी की मुख्य अध्यापक गगनदीप कौर ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आज की लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उन्होंने कहा, “लड़कियां भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं। हमें बेटियों को समान अवसर देना चाहिए।”
अकाल गैलेक्सी की मुख्य अध्यापक मधु शर्मा ने प्रतिभागी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, "अपने आत्मविश्वास को बनाए रखें और हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करें।"
विशेष अतिथियों की मौजूदगी
इस टूर्नामेंट में टेपबाल क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अशोक सिंह ने भी भाग लिया। उन्होंने टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए आयोजकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि टेपबाल क्रिकेट को देशभर में फैलाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में विभिन्न राज्यों में प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
सफल आयोजन के पीछे की मेहनत
इस चैंपियनशिप के सफल आयोजन के लिए सचिन अरोड़ा, गुरविंदर सिंह विर्क, रंजीत सिंह सैनी और अन्य सहयोगियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह चैंपियनशिप न केवल महिला खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक रही बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी।
सुखदेव सिंह जज ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा कि यह टूर्नामेंट पंजाब में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने का बेहतरीन प्रयास है। उन्होंने कहा कि टेपबाल क्रिकेट जैसी नई खेल विधाओं को बढ़ावा देकर हम युवा पीढ़ी को सशक्त बना सकते हैं।
इस चैंपियनशिप में स.गुरविंदर सिंह विर्क (सहायक) शाह सुल्तान किकेट क्लब, स.रणजीत सिंह सैनी, नरेश कोहली, मनोज कुमार, गुरचरण सिंह, जसपाल सिंह पनेसर, सुखी सुल्तान पुरिया,मनीषा अरोड़ा, गगनदीप कौर, कविता, राबीआ, मनीष चोपडा, संतोख सिंह, वरूण,किकेट कोच प्रताप सिंह,किकेट कोच पियूष अरोडा़,अवधेश कुमार, बंरिदर बारिड आदि शमिल हुऐ।
यह आयोजन महिला सशक्तिकरण और खेलों के प्रति नई सोच को प्रेरित करता है। यह न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए एक संदेश है कि सपनों को पंख देने के लिए अवसरों की कमी नहीं होनी चाहिए।
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