जालंधर: जिले में वित्तीय वर्ष 2024-2025 की चौथी तिमाही की
समीक्षा के लिए सभी ब्लॉक स्तर पर बैंकर्स समितियों की बैठकें सफलतापूर्वक संपन्न
हो गई हैं। इस समीक्षा बैठक की शुरुआत 17
अप्रैल 2025 को
लोहियां खास और शाहकोट ब्लॉक से हुई,
जिसके बाद नकोदर,
मेहतपुर, नूरमहल, फिल्लौर,
रुड़का कलां, भोगपुर
और आदमपुर जैसे प्रमुख ब्लॉकों में भी यह बैठकें आयोजित की गईं।
जिला अग्रणी प्रबंधक (एल.डी.एम.) एम.एस.
मोती ने बताया कि इन बैठकों में ग्रामीण विकास को लेकर महत्वपूर्ण रणनीतियाँ बनाई
गईं। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास),
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक रशीद लेखी, रूडसैट संस्थान के निदेशक संजीव चौहान, क्रिसल और आरोह फाउंडेशन के प्रतिनिधि
और विभिन्न बैंकों के अधिकारी इन बैठकों में शामिल हुए।
बैठकों के दौरान जनवरी से मार्च 2025 के बीच की बैंकिंग
गतिविधियों की समीक्षा की गई। बैंकों के प्रदर्शन,
जमा-ऋण अनुपात (C.D.
रेश्यो) और विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत ऋण वितरण पर चर्चा
हुई। एल.डी.एम. ने यह भी निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, जन सुरक्षा योजनाओं और अन्य सरकारी ऋण
योजनाओं के तहत लंबित आवेदनों को जल्द से जल्द निपटाया जाए।
इस मौके पर बैंक अधिकारियों ने
अपने-अपने बैंकों की तिमाही उपलब्धियों की जानकारी दी और आगामी वित्तीय लक्ष्यों
को प्राप्त करने के लिए रणनीतियाँ साझा कीं। मार्च 2025
की समाप्ति के साथ ही एल.डी.एम. ने बैंकों को अधिक से अधिक ऋण
वितरित करने और C.D. रेश्यो
को बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
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