अगर आप भविष्य को आर्थिक रूप से
सुरक्षित बनाना चाहते हैं, तो
केवल बचत से काम नहीं चलेगा।
महंगाई यानी इनफ्लेशन एक ऐसी सच्चाई है जिसे नजरअंदाज़ करना
हमारे रिटर्न पर भारी पड़ सकता है।
💡 सोचिए -
अगर आपने 7% रिटर्न
वाली एफडी में ₹1 लाख
जमा किया, और
महंगाई की दर 6% रही, तो आपकी असल कमाई सिर्फ ₹1,000 होगी,
यानि रियल रिटर्न बस 1%।
अब सवाल ये है - ऐसा कौन सा एसेट क्लास है जो महंगाई को
भी हराए और आपकी संपत्ति को बढ़ाए?
✅
जवाब है: इक्विटी (Equity Investment)
पिछले 25
वर्षों के आंकड़ों ने बार-बार यह साबित किया है कि इक्विटी ने
एफडी, गोल्ड
और रियल एस्टेट जैसे विकल्पों से कहीं बेहतर रिटर्न दिए हैं।
एसेट क्लास |
औसत वार्षिक रिटर्न |
अनुमानित रियल रिटर्न |
FD |
6.5% |
0.5–1% |
Gold |
9% |
3% |
Real Estate |
9% |
2–3% |
Equity |
12–15% |
6–8% |
🧠
क्यों जरूरी है रियल रिटर्न समझना?
रिटर्न वो नहीं जो सिर्फ दिखता है। असली
रिटर्न वो होता है जो महंगाई घटाने के बाद भी आपकी क्रय शक्ति बढ़ाए।
उदाहरण:
- आज अगर ₹1 लाख में आपकी जरूरतें पूरी हो रही हैं,
- तो 15 साल बाद उसी जीवनशैली के लिए ₹4 लाख से ज्यादा
की ज़रूरत होगी!
- यानि आज ₹2
करोड़ रिटायरमेंट कॉर्पस काफी लगता
है, तो
30 साल
बाद वो ही रकम ₹10-12 करोड़
हो सकती है।
🛠️
तो आपकी रणनीति क्या होनी चाहिए?
- टाइम होराइज़न पर नजर रखें:
- 3 साल से कम:
ज़्यादातर निवेश डेट फंड्स में रखें
- 3–10 साल: इक्विटी
में 50–70% तक
का एक्सपोजर बनाएं
- 10 साल से ज्यादा:
70–80% इक्विटी
में रखें
- पोर्टफोलियो को बैलेंस करें:
- Large Cap: स्थिरता
- Mid Cap: ग्रोथ
- Small Cap: हाई रिटर्न
पोटेंशियल
- SIP से करें निवेश की शुरुआत:₹10,000 की SIP अगर 25 साल तक 12% की दर से की जाए, तो आपको ₹1.65 करोड़ से भी ज़्यादा का फंड मिल सकता है।
🧭
कुछ भरोसेमंद म्यूचुअल फंड विकल्प:
(ये
सिर्फ उदाहरण हैं - निवेश
से पहले फाइनेंशियल एडवाइज़र से परामर्श लें)
- Large Cap:
Mirae Asset Large Cap, Nippon India Large Cap
- Mid Cap:
HDFC Midcap, Kotak Midcap
- Small Cap:
SBI Small Cap, Nippon India Small Cap
- Flexi Cap:
Parag Parikh Flexi Cap, HDFC Flexi Cap
"अगर
आप चाहते हैं कि आपका पैसा केवल बढ़े नहीं,
बल्कि भविष्य की महंगाई को भी मात दे, तो इक्विटी आपकी सबसे बड़ी ताकत बन सकती
है।"
इसलिए निवेश करें, लेकिन स्मार्ट तरीके से।
अपने लक्ष्यों, समयसीमा
और जोखिम क्षमता के अनुसार सही एसेट एलोकेशन करें -
और बनें एक
स्मार्ट इन्वेस्टर।
📌 यह
जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर
लें।
No comments:
Post a Comment