जालंधर: डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने आज कहा कि सेवा केन्द्रों और अन्य सरकारी विभागों में केवल दोनों टीकाकरण वाले व्यक्तियों को ही नागरिक केंद्रित सेवाओं का लाभ लेने की इजाज़त दी जाएगी, क्योंकि कोविड-19 वैक्सीन की दोनों ख़ुराक प्राप्त करने वाले व्यक्ति ही जालंधर में सरकारी दफ़्तरों में दाख़िल हो सकेंगे। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिशनर ने बताया कि रिकार्ड अनुसार अभी भी बड़ी संख्या में लोग अपनी दूसरी ख़ुराक लेने से रहते है, जो कि वायरस को ओर फैलने से रोकने में बड़ी रुकावट है। उन्होंने कहा कि पूर्ण टीकाकरण करवा चुके, वैक्सीन की एक ख़ुराक प्राप्त व्यक्ति और ग़ैर टीकाकरण वाले लोगों का जनतक स्थानों पर आपस में मिलना एक गंभीर स्वास्थ्य संकट में बदल सकता है। इस लिए यह समय की ज़रूरत है कि केवल पूर्ण टीकाकरण (दोनों ख़ुराकों प्राप्त) वाले व्यक्तियों को ही सरकारी दफ़्तरों और जनतक स्थानों पर दाख़िल होने की इजाज़त दी जाए। उन्होंने कहा कि इन आदेशों को लागू करने के लिए सम्बन्धित आधिकारियों की तरफ से सेवा केन्द्रों और अन्य विभागों की रिसैपशन में आने वाले व्यक्तियों के टीकाकरण सम्बन्धित बारीकी के साथ जांच की जाएगी और उपयुक्त जाँच के बाद ही इन दफ़्तरों में दाख़िल होने की आज्ञा दी जाएगी।
सरकार की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों अनुसार केवल पूर्ण टीकाकरण वाले लोगों को ही जनतक स्थानों पर जाने की इजाज़त है। इन आदेशों की सख़्ती के साथ पालना को यकीनी बनाने के लिए शापिंग माल, होटल, रैस्टोरैंट, सिनेमाघर और बाजार में विशेष चैकिंग अभियान चलाया जाएगा। यदि कोई भी इन स्थानों पर बिना उचित टीकाकरण से पाया गया तो ऐसे उल्लंघन करने वालों विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी क्योंकि टीकाकरण न करवाने वाले या अंशक तौर पर टीकाकरण वाले लोगों को पहले ही टीकाकरण पूरा होने तक घर रहने की सलाह दी गई है।
ज़िला प्रशासन की तरफ से जिले भर में बड़े स्तर पर मोबाइल कैंप लगा कर लोगों को टीकाकरण की सुविधा उनके घर पर देने के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि समाज में से इस वायरस को ख़त्म करना हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी है और यह लक्ष्य सौ प्रतिशत टीकाकरण के साथ ही प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने लोगों को घरों से बाहर निकलने और नजदीकी टीकाकरण केन्द्रों में जा कर अपनी वैक्सीन की ख़ुराक पूर्ण करने की अपील भी की।
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