जालंधर, 23 मई: पंजाब एक बार फिर जाग उठा है, लेकिन इस बार किसी सांस्कृतिक उत्सव या फसल के त्योहार के लिए नहीं, बल्कि अपने भविष्य को नशे के अंधकार से बाहर निकालने के लिए। पंजाब सरकार द्वारा शुरू किया गया 'युद्ध नशे के विरुद्ध' अभियान आज पूरे राज्य में एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है।
जनता का समर्थन बना सबसे बड़ा हथियार
कैबिनेट मंत्री श्री मोहिंदर भगत ने जालंधर के वार्ड नंबर 54, 55 और 56 में बड़ी जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब नशे के सौदागरों की खैर नहीं है। राज्य सरकार न केवल नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है, बल्कि नशा पीड़ितों के लिए पुनर्वास और चिकित्सा सुविधाओं को भी मजबूती से आगे बढ़ा रही है।
जन-भागीदारी से बन रहा नशा मुक्त पंजाब
वार्ड डिफेंस समितियों ने नशे के खिलाफ लड़ाई को जमीनी स्तर पर ला दिया है। ये समितियाँ नशा पीड़ितों को मुख्यधारा में जोड़ने, समाज को जागरूक करने और नशा कारोबार को रोकने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
सरकार का सख्त एक्शन - काली कमाई पर चला बुलडोजर
पंजाब सरकार ने नशे के कारोबार से कमाई गई अवैध संपत्तियों को जब्त कर बुलडोजर चलाया है। ड्रग डीलरों को सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है और आम जनता को भी उनके खिलाफ जानकारी साझा करने का आह्वान किया गया है।
आप भी बनें बदलाव का हिस्सा
अगर आपके पास कोई जानकारी है, तो उसे व्हाट्सएप नंबर 9779-100-200 पर साझा करें। आपकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इसके अलावा, सहायता के लिए जिला नशामुक्ति हेल्पलाइन: 0181-2911969 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
आइए, शपथ लें- ना खुद नशा करेंगे, ना किसी को करने देंगे
यह समय है एकजुट होने का, बदलाव लाने का। पंजाब को फिर से रंगला पंजाब बनाने का।
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