जालंधर, 23 मई: पर्यावरण संरक्षक और राज्य सभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों पर बनाए जा रहे पुलों की ग़लत डिज़ाइनिंग को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर इस गंभीर मुद्दे को उठाया और NHAI अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की मांग की।
क्या है मामला?
एनएच-44 पर बनाए गए पुल की ऊंचाई ड्रेने के स्तर से 4 फुट अधिक रखी गई है, जिससे बरसात के समय पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। काला संघिया ड्रेन के नीचे बहने वाले मार्ग पर यह तकनीकी चूक आम जनता की परेशानी का कारण बन गई है।
संत सीचेवाल का तीखा प्रहार
उन्होंने कहा- "इतने अनुभवी इंजीनियरों से ऐसी गलतियाँ होना शर्म की बात है। विकास का मतलब लोगों को सुविधा देना है, न कि उनके घर डुबो देना।"
NHAI साइट डायरेक्टर को मौके पर बुलाकर उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।
लोगों की आवाज कौन सुनेगा?
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वार्ड नंबर 1 की काउंसलर ने बताया कि कई बार पुल का लेवल कम करने की गुहार लगाई गई, लेकिन अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की।
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ड्रेनेज विभाग के अनुसार, पिछले 9 महीनों में 5 पत्र भेजे गए, मगर कोई जवाब नहीं मिला।
अब सवाल ये है- क्या जनता की सुनवाई होगी या फिर इंजीनियरिंग की लापरवाहियाँ यूं ही लोगों की ज़िंदगी को डुबोती रहेंगी?
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