जालंधर: पंजाब सरकार की "युद्ध नशे के विरुद्ध" मुहिम को ज़मीनी स्तर पर और मजबूती देने के लिए आज जालंधर में एक अनोखी मैराथन का आयोजन किया गया। 'दौड़ता पंजाब' नाम की इस मैराथन का आयोजन सिटी ग्रुप, रेडियो मिर्ची, थिंद हॉस्पिटल और लवली बेक स्टूडियो ने जिला प्रशासन के सहयोग से किया। इसका मकसद था- नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाना और एकजुटता दिखाना।
मैराथन की शुरुआत गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम से हुई, जहां डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने खुद तीन किलोमीटर की दौड़ में भाग लेकर युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने लगभग 6500 लोगों को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई, जिसमें युवा, बुज़ुर्ग और समाज के हर वर्ग के लोग शामिल थे।
इस मौके पर कई नामी शख्सियतें भी मौजूद रहीं, जैसे पी.आर.टी.सी. के डायरेक्टर राजिंदर सिंह रिहाल, नशा मुक्ति मोर्चा के कोऑर्डिनेटर नयन छाबड़ा, सिटी ग्रुप के चेयरमैन चरणजीत सिंह चन्नी, रेडियो मिर्ची के भानु गोयल और अन्य सामाजिक व धार्मिक नेता।
मैराथन में 3, 5 और 7 किलोमीटर की श्रेणियों में 6000+ प्रतिभागियों ने भाग लिया। दौड़ के अंत में विजेताओं को सम्मानित किया गया- लड़कियों की 3 किमी दौड़ में सुमन, अनुराधा और दर्शिका ने टॉप 3 स्थान हासिल किए, जबकि लड़कों में अनमोल सिंह, हंस राज और गौतम मेहता विजेता रहे। 5 किमी में जोबनप्रीत सिंह ने पहला स्थान पाया, और 7 किमी में काजल कुमारी व शुभम विजयी रहे।
सीनियर सिटीजन कैटेगरी में महेंद्र लाल, परमजीत कौर और जतिंदर सचदेवा को विशेष सम्मान मिला। सभी प्रतिभागियों को भागीदारी के लिए प्रमाण पत्र दिए गए।
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि जब पूरा शहर एक मकसद के लिए एक साथ आता है, तो बदलाव की राह आसान हो जाती है। भांगड़ा, जुम्बा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे माहौल को जीवंत बना दिया। आइए, हम सब मिलकर एक नशा मुक्त, खुशहाल और रंगला पंजाब बनाएं।
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